👉अकबरपुर ब्लॉक में आयोजित हुई ब्लॉक बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति तथा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ब्लाक टास्कफोर्स की बैठक।
संवादाता कुलदीप कुमार।
कानपुर देहात - मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश के क्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी के मार्गदर्शन में आज ब्लॉक बाल संरक्षण समिति एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बैठक ंखण्ड विकास अधिकारी की अध्यक्षता में ब्लॉक सभागार में आहूत की गयी। सर्वप्रथम बैठक में खंड विकास अधिकारी द्वारा विकासखण्ड के समस्त केन्द्रों से उपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को लिंग आधारित भेदभाव और उन्मूलन को दूर करने, बालिकाओं की सुरक्षा और संरक्षण के लिए, बालिकाओं को शिक्षा प्रदान करना और उनकी भागीदारी को सक्षम बनाना, बालक एवं बालिकाओं के लिंग अनुपात में ध्यान केन्द्रित करना, किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम) 2015 नियमावली 2016 के अन्तर्गत बाल कल्याण समिति व किशोर न्याय बोर्ड द्वारा देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों की देखरेख, संरक्षण, उपचार, विकास और पुनर्वास और उनकी मूलभूत आवश्यकताओं तथा संरक्षण के विषय में, पाक्सो यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण करने संबंधी अधिनियम 2012, बाल विवाह से होने वाले नुकसान, थाने मे कार्यरत महिला हेल्पडेस्क आदि के बारे में जानकारी दी गई। महिला कल्याण विभाग से प्रतिमा श्रीवास्तव महिला कल्याण अधिकारी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर चर्चा करते हुये वर्षों से गिरते लिंगानुपात के कारण महिलाओं/पुरूषों में बालिकाओं के प्रति भेदभाव, महिला की सुरक्षा और सशक्तीकरण तथा गुड टच-बैड टच के बारे में अवगत कराया गया इसी के साथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं एवं बाल विवाह के संबंध में शपथ भी दिलाई गई साथ ही गॉव के गरिमा विषयक चर्चा की गयी, सम्बधित ऑगनवाडी कार्यक्रत्री एवं ग्राम पंचायत सचिव को अवगत कराया कि बहु बेटी या महिला किसी पद पर कार्यरत है एवं ग्राम का नाम रोशन किया गया है तो गांव की गरिमा हेतु सम्बधित सूचना अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध करायें। खण्ड शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया गया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत/नगर पंचायत के समस्त विद्यालयों में प्रधानाचार्य /अध्यापिका के माध्यम से बाल विवाह रोके जाने हेतु विद्यालयों की सक्रिय बालिकाओ का चयन कर बाल कमेटी का गठन किया जाना है जिसका उदे्श्य है कि विद्यालय की समस्त बालिकाओ को सशक्त, स्वावलंबी ,लैंगिक समानता, भ्रूण हत्या, महिला हिंसा, सुरक्षा,बाल विवाह, बेटियों के साथ हो रहे भेद भाव आदि विषयो पर जागरूक किया जाना है। गठित बाल कमेटी में चयनित सक्रिय बालिकाओं को जनपद स्तर पर बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना का लोगो(स्व्ळव्) बैच लगाकर सम्मानित किया जायेगा। इसके साथ ही जनपद स्तर पर युवा संसद के संचालन हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत/नगर पंचायत स्तर पर संचालित समस्त विद्यालयों में युवा संसद में प्रतिनिधित्व हेतु बाल ससंद का आयोजन किया जाना है। जिसमें लैंगिक समानता समाज की आवश्यकता एवं बेटी को बचाना क्यो जरूरी है आदि विषयो पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना हैे। विद्यालय की शिक्षिका द्वारा उक्त प्रतियोगिता में जनपद स्तर पर युवा संसद के चयन हेतु प्रथम स्क्रीनिंग कर सर्वश्रेष्ठ प्रखर वक्ता को चयनित किया जाना है उक्त चयनित बालिकाओ को युवा संसद मे प्रतिनिधित्व हेतु नामित किया जायेगा एवं चयनित बालिकाओं को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चैम्पियन के रूप मे सम्मानित किया जायेगा। जनपद स्तर पर आयोजित युवा संसद प्रतियोगिता की सर्वश्रेष्ठ बालिकाओ को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया जायेगा। सामाजिक कार्यकर्ता अनीता यादव द्वारा महिला कल्याण विभाग से संचालित समस्त योजनाओं जैसे प्रवर्तकता कार्यक्रम, फॉस्टर केयर योजना, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड), उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), घरेलू हिंसा से पीडित महिलाओं को आर्थिक एवं कानूनी सहायता आदि के बारे मे बताया गया साथ ही आपातकालीन सेवायें जैसे 181,1090,112,1098,1076 आदि के बारे में जागरूक किया गया। बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा ग्राम स्तर पर महिला कल्याण विभाग से संचालित समस्त योजनाओ का प्रचार-प्रसार एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के कार्यक्रम के आयोजन हेतु समस्त आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को निर्देशित किया गया। बैठक में प्रभारी चिकित्साधीक्षक, सुषमा शुक्ला बाल कल्याण समिति सदस्य, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सहायक पंचायत अधिकारी तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री आदि उपस्थिति रहे।
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