👉बहन भाई के पवित्र बंधन के रूप में मनाया जाने वाला रक्षाबंधन का पर्व आज जिला कारागार शाहजहांपुर में धूमधाम से मनाया जा रहा है।



संवादाता सतेंद्र कुमार।

शाहजहांपुर: प्रातः काल 7:00 से बजे से ही जेल के बाहर बहनों की भीड़ इकट्ठी हो गई ।जेल प्रशासन के द्वारा भी पहले से ही सुुनियोजित तरीके से तैयारी कर रखी थी। व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर महोदय से अतिरिक्त महिला एवं पुरुष कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की गई थी ।तथा जेल पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था ।पुलिस प्रशासन की तरफ से दो उप निरीक्षक तथा पुरुष एवं महिला कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की गई थी। होमगार्ड स्वयंसेवक भी ड्यूटी पर तैनात थे ।जेल के सभी अधिकारी प्रातः काल से ही कमान संभाले हुए थे। प्रातः काल 7:00 बजे से ही छोटे-छोटे समूहों में बहनों को जेल के अंदर निरुद्ध उनके भाइयों से मिलवाया गया। ताकि अधिक भीड़ होने के कारण असुविधा न हो ।सभी बहनों एवं भाइयों को आरओ के पेयजल की बोतलों में भरकर वितरित करने की व्यवस्था पहले से ही की गई थी ।ताकि गर्मी से परेशान होकर कोई भी बहन या उसका बच्चा परेशान ना हो ।जेल अधीक्षक मिजाजीलाल ने पूरी व्यवस्था की स्वयं कमान संभाल रखी है। प्रातः काल 7:00 से प्रारंभ हुई बहन और भाइयों की मिलन बेला में अब तक 500 से अधिक बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनका मुंह मीठा करके उनकी दीर्घायु की कामना कर चुकी है ।स्वयं जेल अधीक्षक मिजाजी लाल के द्वारा सभी बहनों से मिलकर उनको किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं हो रही है इसका जायजा लिया जा रहा हैं और अपने कर्मचारियों अधिकारियों को तदनुसार निर्देश दे रहे हैं।

अब तक किसी भी बहन ने और बन्दियों षने किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं बताई है ।मुलाकात की व्यवस्था इसी प्रकार तब तक चलती रहेगी जब तक के जेल के बाहर उपस्थित आखिरी बहन अपने भाई से मिलकर उसकी रक्षा सूत्र बांध ले और उसका मुंह मीठा करके दीर्घायु की कामना न कर ले। जेल अधीक्षक के द्वारा सभी बहनों से व्यक्तिगत तौर पर मिलकर जानकारी ली जा रही है कि किसी भी बहन को कोई परेशानी तो नहीं हो रही ।इसी पूछताछ के दौरान एक बहन राम रती के द्वारा अवगत कराया गया कि उसका भाई गुड्डू पुत्र रामचंद्र जेल में बंद है उसने मुझसे मिलने से मना कर दिया है ।मैंने उससे इसका कारण पूछा तो उसने बताया कि मैं अपनी परेशानियों के कारण उससे मिलने नहीं आ पाई। इसी नाराजगी में वह मुझसे नहीं मिलना चाहता। ऐसा कहकर वह महिला रोने लगी ।जेल अधीक्षक ने उसको चुप करते हुए ढाढस बधाया और कहा कि मैं गुड्डू को अभी बुलाकर बात करके तुम्हारी मुलाकात कराऊंगा। जेल अधीक्षक द्वारा गुड्डू पुत्र रामचंद्र को बुलाया तो वह बंदी फूट-फूट कर रोने लगा और कहा कि मेरी चार बहने हैं ।लेकिन कोई आजतक मिलने नहीं आई ।आज राखी के दिन मिलने आई है, इसीलिए मैं नाराज होकर के उससे मिलने से मना कर दिया ।मैंने उसे समझाया कि रक्षाबंधन का त्यौहार नाराजगी का नहीं है भाई बहन के प्रेम का है और मैंने दोनों को अपने कार्यालय में बुलाकर रक्षा सूत्र बंधवाया और मुंह मीठा कराया ।बहन रामरति और भाई गुड्डू दोनों खुश हो गए और बंदी गुड्डू के द्वारा बहन राम रती के पैर छुए रामरति ने राखी बांधकर उसका मुंह मीठा कराया और दीर्घायु की कामना की। यह रक्षाबंधन का त्यौहार जेल में पिछले तीन दिन से मनाया जा रहा है ।जिसमें ब्रह्मकुमारी बहनों एवं विप ग्रुप की बहन और भाइयों के द्वारा सभी अधिकारियों कर्मचारियों एवं बंदी गणों को रक्षा सूत्र बांधकर मुंह मीठा किया गया है एवं दीर्घायु की कामना की गई है। आज शाम तक अनुमान लगाया जा रहा है कि 1000 से अधिक बहनें जेल में  अपने भाइयों को रक्षा सूत्र बाधेंगीं और दीर्घायु की कामना करेंगीं ।जेल प्रशासन इस बात के लिए मुस्तैद है कि किसी भी बहन या भाई को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न होने पाए और रक्षाबंधन का त्यौहार सभी खुशी-खुशी मना सकें।पूरी कारागार में सौहार्दपूर्ण एवं खुशी का माहौल है।